दीप

घर घर में अगणित दीप जलेंगे फिर से इस बरस
देखना है क्या राम भी आते हैं! देने अपनी दरस

                                                                     ~अभय

19 thoughts on “दीप”

  1. Nice post. Diwali ke din to Lakshmi ji aate hain! Ram ji ko kyun boolna? Waise bhi to, “tere man me Ram, tan me Ram, rom rom me Ram re, Ram sumir le, dhyan laga le, chod jagat ke kaam re!”. Shubh deepawali.

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    1. Deepawali is celebrated to commemorate the arrival of Lord Ram in Ayodhya after spending 14 years in exile. Lakshmi is eternal consort of Vishnu (Ram), so wherever Ram will go Lakshmi will follow. 🙂
      Jagat ka kaam nahi chhod pa raha, isliye unse hi agrah hai ki we swayam aa jayen. 🙂
      Apko bhi Happy Diwali.

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  2. जबतक दीपावली मनानेवाले लोग होंगे
    तबतक राम होंगे,
    जब दीपावली मनानेवाले लोग नहीं होंगे
    तब भी राम होंगे,
    प्रभु राम जब मानव रूप में आये थे
    तब कुछ लोग
    राम को नहीं समझ पाए,
    अब इस कलियुग में प्रभु राम आ भी जाएँ तो पहचानेगा कौन?
    अयोध्या प्रभु राम के आगमन पर पूर्व की तरह सजी है
    अगर राम आ जाएँ तो रहेंगे कहाँ—?
    मामला उनके घर का कोर्ट में है।
    कहनेवाले कहते हैं कि राम कहाँ नही हैं
    वे तो कण-कण में बसते हैं
    मगर कोई ये नहीं सोचा कि
    जो सबके दिल में बसता है उसके दिल में
    कौन बसता है–?

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    1. वाह मेरी पंक्तियों पर आपका भाष्य काफी जोरदार रहता है, शुक्रिया😊

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      1. बिल्कुल सही कहा।लिखते रहिये, अच्छी या बुरी मैं नहीं जानता मगर मेरी भी रचनाएँ संग अंग बनती जाती है।

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