हसरतें… बेहिसाब हसरतें न पाला जाए! जो मिला है पहले उसे, संभाला जाए!!! Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading...
क्या बात है अभय जी 👏👌 सभी को सूचित किया जाता है कि दूरदर्शन पर( डी डी नेशनल पर) 5अगस्त रात दस बजे काव्य संगोष्ठी का प्रसारण मेरे कविता का है। LikeLiked by 2 people Reply
अभी तो इतना ज्यादा मैसेज हो गया है कि मेल न आ रहा है न जा रहा डिलिट करने के बाद बात करती हूँ। बहुत बहुत धन्यावाद आपका। 😊 LikeLiked by 2 people Reply
बहुत सही कहा आपने भाई। जो खुशियाँ मिली पहले उसमें दिल खोलकर मुस्कुराया जाए, हसरतों का क्या और तेरा भी। LikeLiked by 2 people Reply
Wonderful lines shared
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Thank you
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Wah! Wah!
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Shukriya 🙂
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क्या बात है अभय जी 👏👌
सभी को सूचित किया जाता है कि दूरदर्शन पर( डी डी नेशनल पर) 5अगस्त रात दस बजे काव्य संगोष्ठी का प्रसारण मेरे कविता का है।
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That’s amazing Rajani ji
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मेरा सपना आज पूरा हुआ।
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अभी तो इतना ज्यादा मैसेज हो गया है कि मेल न आ रहा है न जा रहा डिलिट करने के बाद बात करती हूँ। बहुत बहुत धन्यावाद आपका। 😊
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🙏
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बहुत सही कहा आपने भाई।
जो खुशियाँ मिली
पहले उसमें दिल खोलकर
मुस्कुराया जाए,
हसरतों का क्या और तेरा भी।
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Thank You Madhusudan ji! 🙂
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behoot badhiyan
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👏👏
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Thanks Alisha
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